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शिंगल्स उपचार – जानें शिंगल्स के इलाज के बारे में (Shingles Treatment in Hindi)

Shingles Treatment in Hindi

शिंगल्स एक वायरल संक्रमण है, जो हर्पीज जोस्टर (Herpes Zoster) के कारण होता है। यह वही वायरस है जो चिकनपॉक्स का कारण बनता है। चिकनपॉक्स के बाद, यह वायरस शरीर में निष्क्रिय अवस्था में रहता है और बाद में शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होने पर यह फिर से सक्रिय हो सकता है, जिससे शिंगल्स हो जाता है। शिंगल्स मुख्य रूप से एक तरफ शरीर के एक हिस्से पर दर्दनाक चकत्ते और फफोले उत्पन्न करता है। यह रोग मुख्यतः वृद्ध व्यक्तियों, बच्चों और ऐसे लोग जो किसी बीमारी के इलाज में इम्यूनोसप्रेसिव दवाओं का सेवन कर रहे होते हैं, में अधिक देखा जाता है।

शिंगल्स के लक्षण

शिंगल्स के लक्षणों की शुरुआत आमतौर पर दर्द, जलन, या खुजली के साथ होती है। यह लक्षण शरीर के एक हिस्से पर, जैसे पीठ, पेट, या चेहरे के आसपास उत्पन्न होते हैं। कुछ समय बाद, इस दर्द के स्थान पर लाल चकत्ते और फफोले बन जाते हैं। ये फफोले धीरे-धीरे फूटकर सूख जाते हैं और सूखा क्रस्ट बन जाता है। इसके अलावा, बुखार, सिरदर्द, और थकान भी शिंगल्स के अन्य सामान्य लक्षण होते हैं। शिंगल्स के कुछ मामलों में, अगर जल्दी उपचार न किया जाए, तो व्यक्ति को पोस्ट-हर्पेटिक न्यूरल्जिया (Post-Herpetic Neuralgia) जैसी जटिलताएं हो सकती हैं, जो लंबे समय तक दर्द का कारण बन सकती हैं।

शिंगल्स का इलाज

शिंगल्स का इलाज मुख्यतः वायरस के प्रसार को रोकने और दर्द को कम करने के लिए किया जाता है। उपचार के दौरान तीन प्रमुख पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया जाता है:

1. एंटीवायरल दवाइयां

शिंगल्स का इलाज शुरू होते ही यदि एंटीवायरल दवाइयों का सेवन किया जाए तो वायरस का फैलाव रुक सकता है और संक्रमण की अवधि कम हो सकती है। आमतौर पर, एंटीवायरल दवाइयां जैसे ऐसाइक्लोविर (Acyclovir), वालएसाइक्लोविर (Valacyclovir), और फैमसिक्लोविर (Famciclovir) दी जाती हैं। ये दवाइयां शिंगल्स के उपचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

2. दर्द निवारक दवाइयां

शिंगल्स के दर्द को नियंत्रित करने के लिए दर्द निवारक दवाइयां दी जाती हैं। साधारण दर्दनाशक जैसे पेरासिटामोल (Paracetamol) और इबूप्रोफेन (Ibuprofen) से हल्का दर्द दूर किया जा सकता है। लेकिन यदि दर्द अधिक गंभीर हो, तो चिकित्सक नशीले दर्द निवारक या स्थानीय रूप से लागू किए जाने वाले दर्दनिवारक क्रीम भी दे सकते हैं।

3. कॉर्टिकोस्टेरॉयड्स

कुछ मामलों में, सूजन और जलन को कम करने के लिए कॉर्टिकोस्टेरॉयड्स (Steroids) का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, ये दवाइयां सभी मामलों में उपयुक्त नहीं होतीं और इसका सेवन चिकित्सक की देखरेख में ही किया जाना चाहिए।

4. पोस्ट-हर्पेटिक न्यूरल्जिया (PHN) का उपचार

पोस्ट-हर्पेटिक न्यूरल्जिया वह स्थिति है जिसमें शिंगल्स ठीक हो जाने के बाद भी व्यक्ति को लंबे समय तक दर्द होता रहता है। इस दर्द को नियंत्रित करने के लिए एंटी-डिप्रेसेंट्स, न्यूरोपैथिक दर्द निवारक दवाइयां, और ट्रांसक्यूटेनियस इलेक्ट्रिकल नर्व स्टिमुलेशन (TENS) जैसी तकनीकों का उपयोग किया जा सकता है।

शिंगल्स का टीका

शिंगल्स से बचाव के लिए एक प्रभावी टीका उपलब्ध है जिसे शिंगल्स वैक्सीनेशन कहा जाता है। यह वैक्सीन विशेष रूप से उन व्यक्तियों के लिए अनुशंसा की जाती है जिनकी उम्र 50 वर्ष से अधिक है। यह टीका शिंगल्स के जोखिम को कम करने में मदद करता है और यदि व्यक्ति को शिंगल्स हो भी जाता है तो इसके लक्षणों को कम करने में सहायक होता है। यह टीका विशेष रूप से शिंगल्स की गंभीरता और पोस्ट-हर्पेटिक न्यूरल्जिया की संभावना को भी घटाता है।

सह्याद्री हॉस्पिटल में शिंगल्स उपचार क्यों चुनें?

सह्याद्री हॉस्पिटल में, हम शिंगल्स के इलाज के लिए एक समर्पित और अनुभवी टीम प्रदान करते हैं। हमारी टीम व्यक्तिगत रूप से इलाज करती है और प्रगतिशील एंटीवायरल उपचार और दर्द निवारण के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग करती है। हम मरीज की स्थिति के अनुसार सर्वोत्तम उपचार योजना तैयार करते हैं और सुनिश्चित करते हैं कि उपचार से जुड़े सभी पहलुओं पर ध्यान दिया जाए। शिंगल्स से बचाव के लिए लसीकरण सेवा भी हमारे अस्पताल में उपलब्ध है। हम एक आरामदायक और सहायक वातावरण में सर्वोत्तम देखभाल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

निष्कर्ष

शिंगल्स एक गंभीर और दर्दनाक वायरल संक्रमण है, जो किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है, लेकिन यह वृद्ध व्यक्तियों में अधिक आम होता है। समय पर इलाज न कराने पर इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं जैसे पोस्ट-हर्पेटिक न्यूरल्जिया। एंटीवायरल दवाइयां, दर्द निवारक और अन्य चिकित्सा उपचार शिंगल्स के लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, शिंगल्स का टीका शिंगल्स के जोखिम को कम करने और इसके गंभीर लक्षणों से बचाव के लिए एक प्रभावी उपाय है।

FAQ

  1. शिंगल्स का इलाज कैसे किया जाता है?
    शिंगल्स का इलाज मुख्य रूप से एंटीवायरल दवाइयां और दर्द निवारक दवाइयों से किया जाता है।

  2. क्या शिंगल्स का टीका सुरक्षित है?
    हां, शिंगल्स का टीका 50 वर्ष और उससे अधिक उम्र के व्यक्तियों के लिए सुरक्षित है और शिंगल्स के जोखिम को कम करता है।

  3. शिंगल्स के इलाज में कितने दिन लगते हैं?
    शिंगल्स का इलाज आमतौर पर 2-4 हफ्तों में पूरा हो जाता है, लेकिन दर्द ज्यादा होने पर अधिक समय भी लग सकता है।

  4. शिंगल्स के दर्द को कम करने के लिए कौन सी दवाइयां दी जाती हैं?
    शिंगल्स के दर्द को कम करने के लिए पेरासिटामोल, इबूप्रोफेन और नशीले दर्दनिवारक दवाइयां दी जाती हैं।

  5. क्या शिंगल्स संक्रमण फैल सकता है?
    शिंगल्स के माध्यम से चिकनपॉक्स फैल सकता है, लेकिन शिंगल्स खुद किसी से नहीं फैलता।

  6. क्या शिंगल्स में अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता होती है?
    अधिकांश मामलों में शिंगल्स का इलाज घर पर किया जा सकता है, लेकिन गंभीर लक्षणों में अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता हो सकती है।

  7. शिंगल्स के इलाज के बाद भी दर्द क्यों होता है?
    शिंगल्स के इलाज के बाद भी कुछ लोगों में पोस्ट-हर्पेटिक न्यूरल्जिया की स्थिति बन सकती है, जो लंबे समय तक दर्द का कारण बनती है।

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