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हार्ट अटैक (Heart Attack) लक्षण, कारण, उपचार क्या है?

जब Heart की Arteries जो रक्त का Supply करती है उनमे Blockage होता है तो दिल का दौरा पड़ता है।

Heart Attack के लक्षण क्या हैं?

  • हार्ट अटैक का सबसे प्राथमिक लक्षण है सीने में दर्द होना जिसे angina pain कहते है। यह एक pressure , heaviness या tightness जैसे महसूस होने लगता है। जो केवल बाएं(left side ) तरफ नहीं होता बल्कि बिच में या दाए तरफ भी होता है। यह दर्द पेट के ऊपर की तरफ जाता है कभी बाए हाथ या कंधे की तरफ जाता है कई बार जबड़े में या दांत में भी दर्द हो सकता है।
  • यह दर्द चले से या परिश्रम करने से बढ़ता है , थोड़ा आराम करने से कम होता है।
  • सांस की तकलीफ और पसीना आना।
  • कुछ लोगो को गैस होने की फीलिंग आती है।

तो ये सारे हार्ट अटैक के लक्षण है।

एक अभ्यास में ऐसे देखा गया है की जो लोग गैस होने के बारेमें शिकायत करते है उनको वास्तविक हार्ट की शिकायत होती है। इसलिए जब ये तकलीफ हो तो आपको नजरअंदाज नहीं करना है और तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना है।

हार्ट अटैक आने पर क्या करें?

  • प्राथमिक यदि आपके पास Disprin, Ecosprin या Aspirin है, तो आपको इसे रोगी को देना चाहिए। Disprin, -Ecosprin या Aspirin ये दवाएं रक्त के Clotting को रोकती है।
  • अगर किसीके घर में कोई हार्ट पेशेंट हो तो sorbitrate की 5mg की टेबलेट जीभ के निचे रखनी है , इसे दर्द की तीव्रता थोड़ी कम हो जाती है।
  • तुरंत नजदीकी हस्पताल के ambulance से संपर्क करना है।

हार्ट अटैक के कारण (Causes of Heart Attack in hindi):

  • उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure)
    लंबे समय तक अनियंत्रित रक्तचाप हृदय की धमनियों को नुकसान पहुंचाता है।
  • कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना (High Cholesterol)
    धमनियों में वसा जमा होने से रक्त प्रवाह में रुकावट होती है।
  • मोटापा (Obesity)
    अधिक वजन से हृदय पर दबाव बढ़ता है और हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है।
  • धूम्रपान (Smoking)
    धूम्रपान से धमनियों में सूजन और ब्लॉकेज का खतरा बढ़ जाता है।
  • मधुमेह (Diabetes)
    अनियंत्रित शुगर लेवल हृदय की धमनियों को नुकसान पहुंचा सकता है।
  • तनाव (Stress)
    अत्यधिक तनाव से हृदय पर दबाव बढ़ता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
  • बैठे रहने की जीवनशैली (Sedentary Lifestyle)
    व्यायाम की कमी से हृदय कमजोर हो जाता है और रक्त संचार में बाधा आती है।
  • अस्वस्थ खान-पान (Unhealthy Diet)
    तला-भुना, वसायुक्त और जंक फूड खाने से हृदय रोग का खतरा बढ़ता है।
  • अनुवांशिक कारण (Genetic Factors)
    परिवार में हृदय रोग का इतिहास होने पर हार्ट अटैक का खतरा अधिक रहता है।
  • शराब का अत्यधिक सेवन (Excessive Alcohol Consumption)
    शराब का अधिक सेवन हृदय की कार्यक्षमता को प्रभावित करता है।
  • नींद की कमी (Lack of Sleep)
    पर्याप्त नींद न लेने से हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है।
  • उम्र बढ़ना (Aging)
    उम्र बढ़ने के साथ धमनियां कमजोर और संकीर्ण हो जाती हैं।

हार्ट अटैक से बचाव के उपाय (heart attack se kaise bache)

  • स्वस्थ आहार का सेवन करें:
    फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करें।
    तले हुए और वसा युक्त भोजन से बचें।
  • नियमित व्यायाम करें:
    रोज़ाना कम से कम 30 मिनट तक तेज़ चाल से चलें, योग करें या हल्के व्यायाम करें।
  • धूम्रपान छोड़ें:
    धूम्रपान हृदय रोग का सबसे बड़ा कारण है, इसे तुरंत बंद करें।
  • शुगर और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखें:
    नियमित रूप से ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर की जांच करवाएं और डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवा लें।
  • कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम करें:
    LDL (खराब कोलेस्ट्रॉल) को नियंत्रित रखें और HDL (अच्छा कोलेस्ट्रॉल) बढ़ाने पर ध्यान दें।
  • तनाव का प्रबंधन करें:
    मेडिटेशन, योग और गहरी सांस लेने की तकनीकों का अभ्यास करें।
  • शराब के सेवन से बचें:
    शराब का अत्यधिक सेवन हृदय पर बुरा असर डालता है।
  • वजन नियंत्रित रखें:
    अधिक वजन से हृदय रोग का खतरा बढ़ता है, इसलिए संतुलित आहार और व्यायाम के माध्यम से वजन नियंत्रित रखें।
  • नियमित स्वास्थ्य जांच करवाएं:
    साल में एक बार ECG, लिपिड प्रोफाइल और अन्य हृदय संबंधी जांचें करवाएं।
  • पर्याप्त नींद लें:
    रोज़ाना 7-8 घंटे की नींद लें ताकि शरीर और हृदय स्वस्थ रहे।

    हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट में अंतर (heart attack and cardiac arrest difference)

    हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट दोनों ही गंभीर स्थितियां हैं, लेकिन इनमें महत्वपूर्ण अंतर है। हार्ट अटैक तब होता है जब हृदय की धमनियों (arteries) में ब्लॉकेज के कारण रक्त का प्रवाह बाधित हो जाता है। इसके कारण हृदय को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती, जिससे सीने में दर्द, सांस फूलना, बाएं हाथ या जबड़े में दर्द, और अत्यधिक पसीना आने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इस स्थिति में रोगी होश में होता है और दर्द की शिकायत करता है। हार्ट अटैक मुख्य रूप से एक रक्त संचार समस्या है।

    वहीं, कार्डियक अरेस्ट तब होता है जब हृदय की विद्युत प्रणाली में गड़बड़ी (Arrhythmia) के कारण हृदय की धड़कन अचानक बंद हो जाती है। यह एक विद्युत समस्या है, जिसमें हृदय रक्त पंप करना बंद कर देता है। कार्डियक अरेस्ट के दौरान व्यक्ति अचानक बेहोश हो जाता है, सांस लेना बंद कर देता है, और नाड़ी महसूस नहीं होती। इस स्थिति में तत्काल CPR (Cardiopulmonary Resuscitation) और AED (Automated External Defibrillator) का उपयोग करना जीवन बचाने के लिए आवश्यक होता है।

    संक्षेप में, हार्ट अटैक एक धीमी प्रक्रिया है जिसमें रक्त प्रवाह रुकने के कारण हृदय प्रभावित होता है, जबकि कार्डियक अरेस्ट एक अचानक होने वाली स्थिति है जिसमें हृदय की धड़कन पूरी तरह रुक जाती है। दोनों स्थितियों में त्वरित चिकित्सा सहायता बेहद जरूरी है।

     

    Heart attack treatment

    जब पेशेंट हस्पताल में आ जाता है हार्ट की शिकायत लेके तो डॉक्टर कहते है की इसलिए सबसे सही ट्रीटमेंट primary Angioplasty है इसका मतलब यह है की angiography करना जिसमे blockage कहा है इसकी जांच की जाती है और जो block है उसे खोल के stent रखा जाता है तो इसे primary Angioplasty कहा जाता है।

    यह काफी अच्छी ट्रीटमेंट है क्योकि इससे artery का blood flow पूरी तरह से restore हो जाता है। Angioplasty के कारण Heart की Pumping दर बढ़ जाता है |

    जहा पे ये सेवाएं उपलब्ध नहीं होती वह ऐसे मरीजों को ICU में जाना जरुरी है ताकि Clot Dissolving इंजेक्शन दिया जा सके। इस injection को Fibrinolytic therapy कहा जाता है। इस इंजेक्शन का लाभ 50% लोगोको होता है जिनको नहीं हुआ तो उन्हें higher center में shift किया जाता है जहा angiography या जरुरत हो तो angioplasty की जाती है।

    Covid 19 and Heart disease

    कई patients breathlessness की शिकायत लेके आते है और डॉक्टर्स देखते है की जो lungs में कंजेशन होता है जिसे pulmonary edema कहा जाता है , तो इसका मतलब यही है की patient हो heart failure है। ऐसे में डॉक्टर को यह ढूढ़ना मुश्किल हो जाता है की ये covid के कारण है या पेहलेसि कोई बीमारी है। एक समय डॉक्टर पहेलेके रिपोर्ट्स देखते है। लेकिन जिन लोगो को पहलेसेही हार्ट की शिकायत होती है उन्हें heart failure हो सकता है।

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    Mild Heart Attack और Major Heart Attack का क्या मतलब होता है?

    जब Heart Pumping 45% से ऊपर होता है तो इसे Mild Heart Attack के रूप में जाना जाता है और जब यह 45% से कम होता है तो इसे Major Heart Attack कहा जाता है। Heart Attack के कारण हृदय गति में वृद्धि होती है। हार्ट अटैक major हो या mild हो हर हार्ट अटैक critical होता है।

    क्या Angioplasty के बाद हमारी Lifestyle सामान्य रहेगी?

    दिल के दौरे के कारण अंदर के घाव को ठीक होने में ६ से ७ सप्ताह लगते हैं। अगले दिल के दौरे के जोखिम को रोकने के लिए आपको नियमित रूप से दवाएं लेनी चाहिए, डॉक्टर के पास जाना चाहिए, और यदि संभव हो तो Cardiac Rehabilitation में शामिल होना चाहिए।

    दिल के दौरे के जोखिम को रोकने के लिए Diabetes, Blood Pressure, LDL level in Colostrum और Smoking को रोकें।

    FAQs

    1. हार्ट अटैक के मुख्य लक्षण क्या हैं?
      हार्ट अटैक के मुख्य लक्षणों में सीने में दर्द या दबाव, सांस फूलना, पसीना आना, बाएं हाथ, कंधे या जबड़े में दर्द शामिल हैं। कुछ लोगों को पेट में गैस जैसा महसूस हो सकता है, जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
    2. हार्ट अटैक आने पर सबसे पहले क्या करना चाहिए?
      अगर किसी को हार्ट अटैक के लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर को बुलाएं या एंबुलेंस की मदद लें। मरीज को Disprin या Aspirin की गोली चबाकर दी जा सकती है, और अगर Sorbitrate है तो इसे जीभ के नीचे रखें।
    3. हार्ट अटैक के बाद कौन सा इलाज सबसे बेहतर है?
      हार्ट अटैक के इलाज में Primary Angioplasty सबसे प्रभावी है। इसमें ब्लॉकेज को खोलकर स्टेंट डाला जाता है ताकि रक्त प्रवाह सामान्य हो सके। यदि यह सुविधा उपलब्ध न हो, तो Clot Dissolving Therapy का उपयोग किया जाता है।
    4. क्या Angioplasty के बाद जीवन सामान्य हो सकता है?
      जी हां, Angioplasty के बाद उचित देखभाल, नियमित दवाएं, संतुलित आहार, व्यायाम और डॉक्टर की सलाह के पालन से जीवन सामान्य हो सकता है।
    5. हार्ट अटैक से बचाव के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं?
      स्वस्थ आहार लें, नियमित व्यायाम करें, धूम्रपान और शराब से दूर रहें, ब्लड प्रेशर और शुगर को नियंत्रित रखें, और तनाव का प्रबंधन करें। नियमित स्वास्थ्य जांच भी जरूरी है।
    6. हार्ट अटैक किस साइड होता है?
      हार्ट अटैक का दर्द ज्यादातर बाईं तरफ महसूस होता है, लेकिन यह दाईं तरफ या सीने के बीच में भी हो सकता है।
    7. हार्ट अटैक का दर्द कैसा होता है?
      यह दर्द दबाव, भारीपन या कसावट जैसा महसूस होता है और कभी-कभी बाएं हाथ, कंधे या जबड़े तक फैल सकता है।

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