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आर्थराइटिस (Arthritis) क्या होता है?

Arthritis क्या होता है?

गठिया/Arthritis जोड़ों की सूजन व दर्द से जुड़ा रोग है। जिसको गठिया या संधिवात कहा जाता है। Joint pain, arthritis का मुख्य कारन होता है।अगर आर्थराइटिस बीमारी (Arthritis Bimari) का इलाज समय पर न किया जाए, तो यह जोड़ों की क्षमता को प्रभावित कर सकती है।

Arthritis दो प्रकार के होते है

  • उम्र के हिसाब से जोड़ो में घिसाव होना जैसे की hip join , हातो के जॉइंट्स जो 50 की उम्र के बाद होने लगते है।
  • जोडमें सूजन आना याफिर stiffness लगना जिसे Inflammatory arthritis कहा जाता है।

Inflammatory arthritis

हमारी जो Immune System (रोगप्रतिकार शक्ति) का काम होता है की हमारे शरीर में जो भी bacteria आ जाए उसके खिलाफ लड़ना। इस immune system के पास एक प्रकार का mechanism होता है जिससे वह अपने शरीर का cell और बहार से आया हुआ cell पहचान सकते है।

लेकिन कभी कभी उस mechanism में खराबी आ जाती है उसके वजह से immunity खुदके शरीर के cells को ही बहार वाला समझ के attack कर देती है। उसीको autoimmune condition कहा जाता है और Inflammatory arthritis उसी का भाग है। Inflammatory arthritis में 100 से ज्यादा अलग अलग प्रकार होते है। ये इस्पे निर्भर करता है की कोनसे cell में खराबी है और इसके अलग अलग लक्षण हो सकते है।

आर्थराइटिस कैसे होता है? ( Arthritis Kaise Hota Hai )

आर्थराइटिस एक ऐसी बीमारी है जो जोड़ों में सूजन और दर्द का कारण बनती है। यह कई कारणों से हो सकती है:

  1. उम्र बढ़ने के साथ
    उम्र के साथ जोड़ों की हड्डियों और कार्टिलेज का घिसाव होता है, जिससे ऑस्टियोआर्थराइटिस हो सकता है।
  2. अनुवांशिक कारण
    अगर परिवार में आर्थराइटिस की समस्या रही है, तो इसके होने की संभावना बढ़ जाती है।
  3. इम्यून सिस्टम की गड़बड़ी
    रूमेटाइड आर्थराइटिस में शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली अपने ही जोड़ों पर हमला करती है, जिससे सूजन और दर्द होता है।
  4. चोट या जोड़ों का नुकसान
    पुरानी चोटें या बार-बार होने वाला जोड़ों का उपयोग भी आर्थराइटिस का कारण बन सकता है।
  5. वजन का अधिक होना
    अधिक वजन के कारण जोड़ों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जो आर्थराइटिस को बढ़ावा देता है।
  6. संक्रमण
    जोड़ों में बैक्टीरिया या वायरस का संक्रमण सूजन और दर्द का कारण बन सकता है।
  7. पोषण की कमी
    कैल्शियम और विटामिन डी की कमी हड्डियों और जोड़ों को कमजोर बना सकती है, जिससे आर्थराइटिस होने की संभावना बढ़ती है।

अगर जोड़ों में लगातार दर्द, सूजन या जकड़न हो रही है, तो इसे अनदेखा न करें और समय पर डॉक्टर से सलाह लें।

Arthritis Ke Lakshan 

घिसाववाला arthritis वृद्धवस्था में होनेवाला arthritis है। इसमे ज्यादातर चलने वजह से या सीढिया ऊपर निचे करने से घुटनो में दर्द हो सकता है। Inflammatory arthritis में जोड़ो में सूजन रहती है और तकलीफ सुबह ज्यादा रहती है और यह जकड़न आधे घंटे से ज्यादा रहती जो सामान्य नहीं है। अगर आपको यह symptoms है तो आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

इस बीमारी को treat करने वाले डॉक्टर को Rheumatologist कहते है। अगर arthritis के लक्षण है तो उन्हें आगे evaluate किया जाता है जिसमे कुछ blood test , x-ray किया जाता है जिससे इस बीमारी का निदान किया जाता है और उसपे treatment की जाती है।

Arthritis Treatment

लोगो में गलतफेमि है की अगर गठिया हो जाए या गठिया की बीमारी चालू हो जाए , तो उसको अच्छी treatment नहीं है। यह बोहोत पुरानी बात है , अभी diagnosis होने के बाद treatment से आप पूरी तरह से ठीक हो सकते हो। इसमें अलग अलग तरीके की के दवाइया आती है जिसमे गठिया के स्तर के हिसाब से ये दवाइया दे जाती है।

तीन महीने में एक बार blood test करके गठिया/arthritis कितना control में देखा जाता है। Arthritis के treatment में 98-99% लोगो को , दवाइयों के कोई side effects नहीं होते और side effects हुए भी तो डॉक्टर्स उन दवाइयों का dose change करके दे देते है। लेकिन अगर Arthritis treatment समय पे न हो तो जो जोड़ में सूजन बानी रहती है, वो जोड़ धीरे धीरे ख़राब होने लगता है।

Arthritis के लिए घरेलु उपाय

  • अगर जोड़ो में दर्द हो तो, Ice pack का इस्तमाल करे ।
  • जिस जोड़ में सूजन ही उसको आराम देना चाहिए।

अगर ये करने के बाद भी सूजन कम नहीं हो रही है तो फिर patient को डॉक्टर के सलाह लेनी चाहिए।

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